भविष्य में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के खतरे

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वर्तमान और भविष्ये में उन्नति के लिए एक महान उपकरण है। इसने सभी  टैकनोलजी और उद्योग जगत में क्रांति ला दीया है और मानवता के सामने आने वाले कई समस्याओं का समाधान किया है। लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अभी भी अपने शुरुआती  अवस्था में है और इसे ठीक से समजा नहीं  गया तो यह बहुत नुकसान भी पहुंचा सकता है।


ऐसे कई क्षेत्र हैं जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानव के लिए खतरा पैदा कर सकता है और यह सबसे अच्छा की समय रहते इन खतरों पर अभी चर्चा की जाए ताकि भविष्य में इनका पूर्वानुमान और प्रबंधन किया जा  सके।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कुछ लाभकारी बनाने के लिए प्रोग्राम किया जाता है  लेकिन यह अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक विनाशकारी युक्ति विकसित करता है। 

यदि रोबोट विकसित होता है तो यह एक रोचक दुविधा प्रस्तुत करता है। 
क्या होगा अगर रोबोट चीजों को अपने हाथों में लेने का फैसला करता है। 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे जीवन और भविष्य को अद्भुत बनाने और उनमें से कुछ डर को ख़त्म करने की क्षमता रखता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग  सही तरीके से नहीं किये तो यह   खतरनाक हो सकता  है। जैसे किसी भी उपकरण का उपयोग वास्तव में अच्छे और बुरे के लिए किया जा सकता है। इसलिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यह सभी प्रकार के उद्योगों को बाधित करने के लिए जाना  जाता है। 

 भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ हमें यह सीखना होगा कि क्या करने में सक्षम है और क्या नहीं है। जब आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ काम कर रहे हों तो किसी अन्य मानव और बहुत से लोगों के साथ काम करना कम होता है। 

Dangers of artificial intelligence in future

भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होने वाले खतरे



Autonomous weapon

यंत्र-चलित हथियार दुनिया के लगभग सभी तकनीकी रूप से उन्नत देश इन रोबोटों को विकसित करने में लगे हैं। 


भविष्य के युद्ध मनुष्यों द्वारा नहीं लड़े जाएंगे यह प्राणघातक रोबोट, 
यंत्र-चलित हथियार का उपयोग होगा जो कोई रोक न सके ।
लेकिन इन हथियार के उत्पन्न होने में कई खतरे हैं। क्या होगा अगर वो दुष्ट और बेगुनाह लोगों को मारते हैं। 


या इससे भी अधिक दुख की बात यह  अपने लक्ष्ये और बेगुनाह लोगों के बीच अंतर नहीं कर सकते और उन्हें गलती से मार सकते हैं। फिर उस स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार होगा  जो मानव जीवन की परवाह नहीं करते हैं। 
भविष्य में यह समस्या  टैकनोलजी के बढ़ने के साथ साथ तेजी से बढ़ रहा है।

वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सबसे ज्यादा उपयोग कारों को चलाने और ड्रोन को नियंत्रित करने में किया जा राह  है। 

Loss of human jobs



जैसा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अधिक से अधिक उन्नत हो रहा है यह स्पष्ट रूप से उन नौकरियों पर कब्जा कर लेगा जो कभी मानव द्वारा किए गए थे।  एक रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक ऑटोमेशन के कारण दुनिया भर में लगभग दस लाख नौकरियों को लुप्त कर देगा। 


लेकिन फिर सवाल उठता है कि उन मनुष्यों के बारे में जो इस वजह से बेरोजगार होते जा रहे है  वैसे कुछ लोगों का मानना ​​है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से कई नौकरियां भी पैदा होंगी और इससे बड़े पैमानों में थोड़ा संतुलन आ सकता है। 


लोग शारीरिक और उत्साहित करने वाले  नौकरियों की ओर बढ़ सकते हैं जिन्हें वास्तव में रचनात्मक और रणनीतिक सोच की आवश्यकता होती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने पहले ही कार्यस्थल को बदल दिया है। 

Invasion of privacy (गोपनीयता)

गोपनीयता  एक बुनियादी मानवीय अधिकार है जिसका हर कोई हकदार है। हालांकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से भविष्य में गोपनीयता का नुकसान हो सकता है। आज भी आपके कार्य के बारे में जानने के साथ-साथ आपको आसानी से ट्रैक करना संभव है। चेहरे की पहचान जैसी नवीनतम टैकनोलजी आपको भीड़ में ढूंढ सकते हैं। 


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के डेटा एकत्र करने की क्षमताओं का मतलब यह भी है कि विभिन्न सामाजिक नेटवर्किंग साइटों से आपके निजी डेटा तक पहुंच बनाकर आपके दैनिक गतिविधियों की एक समयरेखा बनाई जा सकती है। इसमें ऋण पर चूक करना, गाड़ियों पर जोर से संगीत बजाना, धूम्रपान-रहित क्षेत्रों में धूम्रपान करना, बहुत सारे वीडियो गेम खेलना आदि शामिल हो सकते हैं और कम स्कोर का मतलब यात्रा पर प्रतिबंध कम सामाजिक स्थिति होना आदि हो सकता है। 


यह एक प्रमुख उदाहरण है कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जीवन के सभी हिस्सों में प्रवेश कर सकता है और गोपनीयता की व्यापक हानि हो सकती है।

Artificial intelligence bias (पक्षपात)


यह एक दुर्भाग्यपूर्ण तथ्य है कि मनुष्य कभी-कभी अन्य धर्मों, लिंगों, राष्ट्रीयताओं आदि के खिलाफ पक्षपाती होता है और यह पक्षपात अनजाने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणाली में भी प्रवेश कर सकता है जो मानव द्वारा विकसित किया जाता है। पक्षपात भी सिस्टम में आह सकते हैं क्योंकि मानव द्वारा उत्पन्न गलत आंकड़ों के कारण। उदाहरण के लिए अमेज़ॅन ने हाल ही में पाया कि उनके मशीन लर्निंग आधारित रिक्रूटमेंट एल्गोरिथ्म एक पक्षपाती था। 


Artificial intelligence war


जबकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दुनिया के लिए बहुत बड़ा योगदान दे सकता है यह दुर्भाग्य से आतंकियों को हमले करने में भी मदद कर सकता है। कई आतंकी एजेंसियां ​​पहले से ही दूसरे देशों में हमले करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करते हैं। 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस किसी भी तरह से युद्ध में इंसानों की तुलना में अधिक स्मार्ट हो जाता है और यह नियम प्राप्त कर लेता है। 


आतंकवादी एजेंसियां ​​ऑटोनोमस वाहनों का उपयोग बमों को वितरित करने और विस्फोट करने या बंदूकें बनाने के लिए कर सकते हैं जो बिना किसी मानवीय मदद के आंदोलन और ट्रैक  को आग कर सकते हैं। 



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